मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव दिसंबर में होंगे। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मप्र और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जोरी कर दी है लेकिन राजस्थन में उसे परेशानी का क्यों सामना करना पड़ रहा है। बीजेपी राजस्थान में कब टिकटों का ऐलान करेगी। इस बीच पार्टी से जुड़े लोगों का कहना है 25 सितंबर के बाद ही पहली सूची आ सकती है।
- राजस्थान में राज बदलेगा या रिवाज
- बीजेपी को राज बदलने की उम्मेीद
- पार्टी रह रही फूंक फूंक कर कदम
- 10 हार से अधिक वोट से हारने वालों को नहीं मिलेगा टिकट
- 25 सितंबर के बाद जारी हो सकती है पहली सूची
बता दें इलेक्शन कमेटी में शामिल पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 10 सितंबर तक जी-20 शिखर सम्मेलन में व्यस्त रहेंगे। वहीं 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र भी होने वाला है। जिसमें सभी दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। वहीं राजस्थान में इन दिनों पार्टी परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। 15-20 दिन नेता और कार्यकर्ता यात्रा में ही जुटे रहेंगे। वहीं अलग-अलग राज्यों के 200 के करीब विधायकों से भी रिपोर्ट आनी भी बाकी है। जो राजस्थान की सियासी नब्ज टटोल रहे हैं।
नए चेहरों को टिकट बंटवारे में तरजीह
पार्टी ने इस बार यह भी तय कर लिया है कि पिछले 2018 के चुनाव में जो प्रत्याशी 10 हजार से ज्यादा वोटों से हारे थे उन्हें इस बार टिकट नहीं मिलेगा। ऐसे करीब 86 सीटों के उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया जाएगा। हालांकि पार्टी ने कुछ नियम और शर्तें भी तय की हैं। जिन पर खरा उतरे तो टिकट मिल सकता है।। वहीं टिकट वितरण में इस बार 45 से कम उम्र वाले नए चेहरों को टिकट बंटवारे में तरजीह दी जा सकती है।
70 से 80 उम्मीदवारों की पहली सूची
बता दें बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग पिछले 16 अगस्त को नई दिल्ली स्थित में हुई थी। जिसमें इन सब मुददो पर चर्चा की गई। केंद्रीय चुनाव समिति से जुड़े सूत्र बताते हैं कि 70 से 80 उम्मीदवारों की पहली सूची आएगी। जिनमें अधिकांश वे सीटें रहेंगी जहां पार्टी बहुत कमजोर है और वे सीटें जो पार्टी के कैडर और पिछले वोट शेयर के लिहाज से सबसे मजबूत हैं। इन कैटेगरी में करीब 135 सीटें हैं। लेकिन पहली सूची में 80 के आस-पास नाम शामिल हो सकते है। कमजोर सीटों पर अधिक मंथन किया जा रहा है। हालांकि चुनाव कमेटी की एक बैठक इसी माह 25 सितंबर से पहले होने की उम्मीद है। अगर होती है तो उसमें नाम फाइनल किये जा सकते हैं। हालांकि घोषणा बाद में होगी। जिनके नाम तय होंगे उन्हें संकेत दे दिया जाएगा। वे अपनी चुनाव तैयारी शुरू कर देंगे। पार्टी इस बार मौजूदा विधायकों में से उन्हें ही टिकट देगी जो अपने क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय हैं।