केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भूपेश सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर बीजेपी ने 80 पेज का आरोप पत्र जारी किया है। आरोप पत्र जारी करते हुए उन्होंने बीजेपी का थीम सांग और लाईन अब सहिबों, बदल के रहिबों को भी जारी किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए 80 पन्नों का आरोप पत्र जारी किया। अमित शाह ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनेगी तो भ्रष्ट्राचारियों को उल्टा टांग कर एक एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ में बीजेपी का आरोप पत्र
- 80 पेज का आरोप…थीम सॉन्ग के साथ
- वायदा खिलाफी और धोखेबाजी का आरोप
- किसान परेशान.. घोटालाबाज सरकार की बात
- सीएम भूपेश बघेल ने किया पलटवार
- कहा—आरोप पत्र कम कार्टून ज्यादा
बीजेपी ने कांग्रेस पर जो आरोप लगाए हैं उन आरोपों में कितना दम है या आरोप केवल राजनीतिक है और चुनाव में इस आरोप पत्र का कितना असर होगा। यह आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इस पर अब चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में सियासत गरमा गई है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे लेकर बीजेपी पर पलटवार किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा उन्हें पता चला है कि 80 पन्ने का आरोप पत्र जारी हुआ है। जिसमें कार्टून ज्यादा हैं। सीएम ने कहा बीजेपी ने वही आरोप लगाये हैं, जो विधानसभा या बाहर जो लगाया गया है। उसके अलावा कुछ नहीं है।
रमन सिंह लागू नहीं कर पाए पेसा नियम- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
सीएम बघेल ने राज्य सरकार की योजनाओं का बखान करते हुए कहा जो योजनाएं कांग्रेस सरकार ने शुरु की थी उनका लाभ छत्तीसगढ़ की जनता को मिल रहा है। सीएम ने रोजगार को लेकर दावा करते हुए कहा राज्य में कांग्रेस सरकार ने 12 से 15 लाख लोगों के लिए रोजगार की व्यवस्था करेंगे। पूर्व सीएम रमन सिंह को लेकर तंज कसते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल बीजेपी की सरकार रही है। फिर भी रमन सिंह पेसा नियम लागू नहीं कर पाए। बीजेपी की ओर से छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय को आरक्षण का फायदा पहुंचाने के दावा किया जा रहा है। जिसपर पलटवार करते हुए कहा सीएम बघेल ने कहा डॉ.रमन सिंह राज्य की सवरा जनजाति के कार्यक्रम में गए लेकिन मात्रात्मक त्रुटि में वे सुधार नहीं करवा पाए। जबकि कांग्रेस की सरकार बनने पर हमने प्रदेश के आदिवासी समुदाय सहित आरक्षण से वंचित दूसरी जातियां को इसका लाभ दिया।
अमित शाह ने गिनाए कई घोटाले
केन्द्रीय अमित शाह ने 80 पृष्ठ के जो आरोप पत्र जारी किए हैं उसमें प्रमुख आरोप वादा खिलाफी का है। जन घोषणा पत्र पर धोखा, परेशान किसान, घोटालेबाज सरकार, तेन्दुपत्ता खरीदी में घोटाला, पीएम आवास की विफलता, तुष्टिकरण और धर्मान्तरण,शराबखोर सरकार, चाबल के कटोरे में सेंध,पीएससी घोटाला, आनलाईन सट्टा, कोयला परिवहन घोटाला गौठान घोटाला, डीएमएफ घोटाला, तबादला घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, बढ़ता अपराध आदि शामिल है। अमित शाह इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसे। अमित शाह के निशाने पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल थे। अमित शाह ने भूपेश सरकार को भ्रष्ट्रचार और अत्याचार की सरकार करार देते हुए कहा कि राज्य की मौजूदा सरकार दिल्ली का एटीएम है।
शाह ने जारी किया आरोप पत्र
अमित शाह ने भूपेश बघेल को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं कि मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ को कितना पैसा मिला था और मोदी जी की पिछले नौ साल की सरकार ने छत्तीसगढ़ को कितना पैसा दिया है। अमित शाह ने कहा कि मनमोहन सरकार के कार्यकाल में जहां छत्तीसगढ़ के केवल 77 हजार करोड़ मिले थे वहीं मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ को चार गुना ज्यादा यानी करीब तीन लाख करोड़ की राशि दी गई है। अमित शाह ने भूपेश बघेल को कहा कि आपको निंद नही आती है कि कहीं जेल में बंद लोग आपका नाम न ले दे।
कांग्रेस ने बताया जनता के खिलाफ आरोप पत्र
दूसरी तरफ कांग्रेस के बीजेपी के आरोप पत्र को छत्तीसगढ़ की गांव, गरीब और किसान जनता के साथ प्रदेश के आदिवासियों और व्यापारियों के विरूद्ध आरोप पत्र करार दिया है। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के राज्य सरकार पर केवल झुठे आरोप लगाए हैं और उनके आरोप ईडी और आईटी की पटकथा है।