मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक एक कर सिंधिया के कई समर्थकों ने उनका साथ छोड़ दिया है, लेकिन सिंधिया से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने वाले ऐसे नेता फिर कांग्रेस का हाथ थाम रहे हैं। जिनमें अब
कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी का भी नाम जुड़ गया है। हालांकि वीरेन्द्र रघुवंशी ने बीजेपी छोड़कर अब तक कांग्रेस का दाम नहीं थामा है। संकेत मिल रहे हैं कि वे कांग्रेस में ही शामिल हो सकते हैं।चर्चा है कि 2 सितंबर को बीजेपी को बड़ा झटका लगने वाला है। कोलारस बीजेपी विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी 2 सिंतबर को करेंगे कांग्रेस ज्वाइन। पीसीसी चीफ कमलनाथ और जयवर्धन सिंह दिलाएंगे कांग्रेस की सदस्यता।
- कोलरस सीट से विधायक हैं वीरेन्द्र रघुवंशी
- 2014 मेें ली थी बीजेपी की सदस्यता
- कांग्रेस छोड़कर हुए थे बीजेपी में शामिल
- कांग्रेस में सिंधिया और उनके समर्थकों से नहीं बैठती थी पटरी
- बीजेपी में आ गए सिंधिया तो यहां भी घुटने लगे रघुवंशी
- 2 सितंबर को बीजेपी को लगेगा बड़ा झटका
- विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी 2 सितंबर को करेंगे कांग्रेस ज्वाइन
- 2 सितंबर को सुबह 11 बजे कांग्रेस में होंगे शामिल
- पीसीसी चीफ कमलनाथ और जयवर्धन सिंह दिलाएंगे सदस्यता
बता दें वीरेन्द्र रघुवंशी भी कांग्रेस छोड़ का भाजपा में शामिल हुए थे। वे जब कांग्रेस में थे तब ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों से उनकर पटरी नहीं बैठती थी। इस बीच सिंधिया और उनके समर्थक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आ गए। ऐसे में ग्वालियर चंबल अंचल के कोलारस से विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी फिर बीजेपी में भी घुटन महसूस करने लगे, क्योंकि यहां भी उनकी पटरी सिंधिया और उनके समर्थकों से नहीं बैठी और उन्होंने भाजपा कार्यसमिति से इस्तीफा दे दिया।
नवागत भाजपाईयों पर उपेक्षा का आरोप
वीरेन्द्र रघुवंशी ने शिवपुरी स्थित अपने निज निवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान इसकी पुष्टि की है। हालांकि उनका अगला कदम क्या होगा, क्यों वे कांग्रेस में वापसी करेंगे या किसी ओर पार्टी के साथ जाएंगे इस बारे में कोई संकेत नहीं दिए हैं। उन्होंने बीजेपी नेताओं को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा है कि पूरे ग्वालियर-चंबल में उनके जैसे कई कार्यकर्ता हैं। जिनकी उपेक्षा नवागत भाजपाई शनी सिंधिया समर्थक कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर विधायक बीरेंद्र रघुवंशी ने कहा सिंधिया जी ने यह कहकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों के दो लाख का कर्ज कांग्रेस सरकार में माफ नहीं किया जा रहा, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंधिया जी ने किसान कर्ज माफी की बात करना तो दूर आज दिन तक कर्जमाफी के मसले पर नेताओं से कोई जिक्र तक नहीं किया। बता रे विरेन्द्र रघुवंशी साल 2014 के लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराजगी के चलते उस समय कांग्रेस छोड़ी थी, अब एक बार फिर उन्होंने सिंधिया और उनके समर्थकों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बीजेपी छोड़ दी है।