मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि विस्तार में तीन से चार नए विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इस विस्तार में शिवराज कैबिनेट के क्षेत्रगत समीकरणों को संतुष्ट करने की कोशिश की जाएगी। इसमें विंध्य क्षेत्र से पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक राजेन्द्र शुक्ला को महाकौशल, गौरीशंकर बिसने और बुंदेलखंड से राहुल लोधी को मंत्री बनाया जा सकता है।
- मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज
- मंगलवार देर शाम राज्यपाल से मिले थे मुख्यमंत्री
- एक दो दिन में हो सकता है मंत्रिमंडल में विस्तार
- हो सकती है जातिगत और क्षेत्रगत समीकरणों को साधने कोशिश
- मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर बोले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा
- ‘मंत्रिमंडल विस्तार सीएम का विशेष अधिकार है’
- ‘इस पर वह कभी भी निर्णय कर सकते हैं’
- ‘अगर निर्णय हो रहा है, तो जल्दी सामने आएगा’
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें उस उस समय तेज हो गईं जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात की। मंगलवार देर शाम हुई इस मुलाकात के बाद बताया जा रहा है कि आने वाले एक दो दिन में सीएम शिवराज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। क्योंकि कैबिनेट में भी चार मंत्रियों की जगह खाली है। जिसमें कुछ और विधायकों के मंत्री बनने की संभावना बराकरार है।
शिवराज मंत्रिमंडल में चार पद हैं खाली
दरअसल शिवराज सरकार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कुल 30 मंत्री हैं। जबकि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री समेत कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल में बचे हुए चार पदों पर नए विधायकों को शामिल किया जा सकता है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में चुनाव के नजरिए से राजनीतिक, सामाजिक ही नहीं क्षेत्रीय समीकरण देखने को मिल सकता है। लेकिन ये भी सच है कि अगर मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो नए मंत्रियों को अपना परफॉरमेंस दिखाने और कामकाज के लिए महज डेढ़ महीने का ही समय ही मिलेगा। क्योंकि आने वाले अक्टूबर के माह में चुनाव की आचार संहिता लगने की संभावना है। इस बीच सियासी जानकार बताते हैं कि शिवराज सरकार में मंत्री बनने में जिन विधायकों के नाम सबसे आगे चल रहे हैं। उनमें विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, गौरीशंकर बिसेन,रामपाल सिंह, जालम सिंह पटेल और राहुल सिंह लोधी का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा किसी आदिवासी विधायक को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
नजर महाकौशल और विंध्य के साथ लोधी वोटबैंक पर
मंत्रिमंडल विस्तार से पहले सियासी जानकार बताते हैं कि केन्द्रीय मंत्री अमित शाह के सर्वे में कई तरह की नाराजगी दिखी हैं। जिसमें महाकौशल और विंध्य अंचल को मंत्रिमंडल में पर्याप्त जगह न मिलना भी बड़ा कारण माना जा रहा है। इसके अलावा लोधी वोटबैंक को साधने के लिए भी इस वर्ग से आने वाले किसी विधायक को भी कैबिनेट में जगह दिए जाने की संभावना है। चर्चा है कि एक दो दिन में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। बता दें कि जिन विधायकों के नाम मंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। वे पहले भी मंत्री रह चुके हैं। राजेंद्र शुक्ला,गौरीशंकर बिसेन के जालम सिंह पटेल ये वो नाम हैं जो पहले भी शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार सीएम का विशेष अधिकार- वीडी शर्मा
मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मंत्रिमंडल विस्तार से जुड़े सवाल पर सधे हुए शब्दों में जवाब दिया है। वीडी शर्मा ने कहा मंत्रिमंडल विस्तार सीएम का विशेष अधिकार है। इस पर वे कभी भी निर्णय कर सकते हैं। अगर निर्णय हो रहा है, तो जल्दी सामने आएगा।