बिहार के सीएम नीतीश कुमार राज्य में जहां जातीय गणना करवा रहे हैं तो वहीं उनकी अपनी ही सरकार के मंत्री इसके विरोध में नजर आ रहे हैं। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने राज्य में जाति व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठाया। मंत्री चंद्रशेखर ने कहा भारत को फिर से विश्व गुरु बनने के लिए धर्म, जाति और मजहब से उठकर शिक्षा पर हमें विशेष ध्यान देना होगा।
- जातीय गणना के पक्ष में नहीं मंत्री
- बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान
- 7-8 देशों को छोड़ दें तो कहीं जात-पात नहीं दिखता
- बिहार महागठबंधन सरकार के मंत्री हैं चंद्रशेखर
शरीर पंच तत्वों से बना,जाति कहां से आ गई?
बिहार के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 14वें स्थापना दिवस पर मंत्री चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में कहा कि जाति व्यवस्था ईश्वरीय व्यवस्था नहीं है। यह हमारे पुरखों के कारण बनी है। विश्व में करीब 195 देश हैं। जिसमें से भारत और पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे सात-आठ देशों को छोड़ दें तो कहीं जात-पात नहीं दिखता। जाति रुपी गुच्छे पर बंध कर अब नहीं रहना है। मंत्री ने कहा यह शरीर पंच तत्वों से बना है। ऐसे में यहां जाति कहां से आ गई?
श्री राम ने खाए थी शबरी के झूठे बेर
वहीं कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा प्रभु श्री राम ने शबरी के झूठे बेर खाये थे। इससे साबित होता है कि जात-पात कुछ नहीं होता। मंत्री ने जोर देकर कहा भारत सोने की चिड़िया है। विश्व गुरु बनने के लिए माता पिता को सब कुछ छोड़कर अपने बच्चों की पढ़ाई और पढ़ाने के लिए प्राण देना चाहिए। मंत्री ने कहा अपना देश भूमि कहलाती है। इसका पूरा श्रेय बिहार राज्य को जाता है। जब दुनिया में किसी यूनिवर्सिटी को लेकर कोई कल्पना नहीं की गई थी, उससमय अपने बिहार में कई विश्वविद्यालय थे।