आईएनएस विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत है। जिसे पिछले साल 2 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में आयोजित एक समारोह में देश को समर्पित किया था। इस दौरान पीएम ने कहा था कि विक्रांत केवल युद्धपोत नहीं है। यह 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा, आज केरल के समुद्री तट पर हर देशवासी एक नए सूर्योदय का साक्षी बन रहा है। आईएनएस विक्रांत के निर्माण के साथ भारत विश्व के उन देशों के समूह में शामिल हो गया है। जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशालकाय विमानवाहक युद्धपोत का निर्माण करते हैं।
देखते ही हड़कंप मचा
स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर सुबह सुबह हड़कंप मच गया। जिसने भी देखा वजह कोई किसी को नहीं बता पा रहा था। केवल देखकर ही एक दूसरे से कानाफूसी करते रहे। लेकिन किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। कि आखिर माजराक्या है। सुबह सुबह कई अधिकारी और कर्मचारी वहां पहुंचे तो देखकर हतप्रद रहे गए। फिर अफसरों ने पुलिस को बुलाया और मामला दर्ज कराया है।
युवा नाविक फांसी के फंदे पर लटका
देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तड़के एक 19 वर्षीय नाविक मृत पाया गया है। नौसेना ने बताया कि 27 जुलाई की सुबह एक युवा नाविक फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया। प्रथम दृष्टया यह एक आत्महत्या से जुड़ा हुआ मामला नजर आता है। लेकिन इसकी आगे की विस्तृत जांच-पड़ताल के लिए नौसेना ने बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का गठन कर दिया है। स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी इस घटना को लेकर एक मामला दर्ज कराया गया है।
मुजफ्फरपुर का रहने वाला था युवक
नौसेना ने यह भी बताया कि 19 वर्षीय नाविक अविवाहित था और बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला था। वह युद्धपोत के एक डिब्बे में लटका हुआ पाया गया। साथ ही बल ने ये भी स्पष्ट किया है कि मृत नाविक अग्निवीर नहीं था। वह नियमित भर्ती से आया था।