माता पिता के लिए औलाद से बड़ी कोई दौलत नहीं होती। यहां तक कि अपने बच्चों के लिए सबकुछ न्यौछावर करने से भी परहेज नहीं करते हैं। लेकिन कलयुगी माता पिता के लिए ये सब कोई मायने नहीं रखता है। ऐसी ही शर्मसार करने वाली घटना पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में हुई है। जहां एक दंपत्ति ने अपने आठ माह के मासूम को सिर्फ इसलिए बेच दिया कि उन्हे नया मोबाइल खरीदना था और हनीमून के लिए बाहर घूमने जाना था।
दो लाख में बेच दिया मासूम
आरोपी जयदेव घोष और उसकी पत्नी ने मोबाइल खरीदने के लिए योजनाबध्द तरीके से अपने बच्चे को दो लाख रूपए में बेच दिया। इस रकम से दंपत्ति ने एक मोबाइल खरीदा और जो पैसे बचे उससे हनीमून मनाने दीघा और मंदारमणि जैसे पर्यटन स्थलों पर घूमने चले गए। दंपत्ति के वापस आने पर मोहल्ले वालों ने बच्चे के बारे में पूछा तो बताया कि मामा के यहां छोड़ आए हैं,लेकिन मंहगे मोबाइल और घूमने की चर्चाओं ने शक पैदा कर दिया। आरोपी के पिता कामई चौधरी ने भी लोगों को यही बताया कि बच्चा मामा के घर छोड़ने की बात बताई जा रही है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
आरोपी दंपत्ति लगातार बच्चे की बारे में गलत जानकारी देते रहे,लेकिन पड़ौस में रहने वाली लक्ष्मी कुंडु लगातार मासूम को लेकर जानकारी जुटाती रही। पुलिस को इस संबंध में सूचना देकर अपना शक जाहिर किया। बार बार एक ही बात सामने आ रही थी कि इतना महंगा मोबाइल खरीद लिया है और कई जगह घूम भी आए है। लेकिन बच्चा कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। इस पर पुलिस ने पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। और दंपत्ति ने स्वीकार कर लिया कि उन्होंने दो लाख में बच्चा बेच दिया है। पुलिस तत्काल निशानदेही पर कार्रवाई करते हुए बच्चे को खरीदने वाली महिला प्रियंका घोष को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से बच्चा भी बरामद कर लिया गया है।