कुछ महीने पहले ओडिशा के बालासोर में हुऐ रेल हादसे में 293 लोगों की जान चली गई थी। जबकि करीब एक हजार यात्री घायल हुए थे। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। हादसा इतना बड़ा था कि देश दुनिया के तमाम लोगों ने संवेदनाएं व्यक्त की थी। दुखद घटना के बाद दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी को उनके पद से हटा दिया गया और अनिल कुमार मिश्रा को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया। दुर्घटना में शामिल तीन ट्रेनें कोलकाता-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी थीं।
क्या कहती है रेलवे की रिपोर्ट
ओडिशा रेल हादसा सिगनल में गडबडी की वजह से हुआ। रेलवे संरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट में इस बात उल्लेख किया गया है। ओडिशा के बालासोर के पास हुए ट्रेन एक्सीडेंट में 293 रेलयात्रियों की मौत हो गई थी। एक हजार से ज्यादा घायल थे। राज्यसभा में सांसद जॉन ब्रिटास के सवाल के जवाब में रेलंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए ये बताया कि गलत लाइन पर ग्रीन सिगनल होने की वजह से दो दशक में सबसे बडा रेल हादसा हो गया। सिगनलिंग के लिए काम करने वाले ड्यूटी के प्रति हीलाहवाली बरतने के आरोपी तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी को उनके पद से हटा दिया गया। सबसे दुखद बात ये है कि हफ्ता दर हफ्ता बीत जाने के बाद भी रेल हादसे के शिकार हुए 41 मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। मामले की विस्तृत जांच सीबीआई के हवाले है। रेलमंत्री ने अपने विस्तृत जवाब में हर तकनीकी पहलुओं का जिक्र करते हुए बताया है कि गुमटी स्टेशन के पास नॉर्थ सिगनलिंग सर्किट को बदलने में कर्मचारियों से चूक हुई। जवाब में रेलमंत्री ने तमाम खामियों की ओर इशारा किया जिसकी वजह से हादसा हुआ।
खामियों के चलते हुआ हादसा
रेलमंत्री ने बताया, नॉर्थ सिग्नल गुमटी (स्टेशन के) पर किए गए सिग्नलिंग-सर्किट-परिवर्तन में हुई खामियों के कारण हुई थी, और लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर के लिए इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर के प्रतिस्थापन से संबंधित सिग्नलिंग कार्य के निष्पादन के दौरान हुई थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन त्रुटियों के परिणामस्वरूप गलत लाइन के लिए ग्रीन सिगनल दिखाया गया, जिससे ट्रेन एक स्थिर मालगाड़ी से टकरा गई। रेलमंत्री ने कहा कि इतना बडा हादसा रेलवे अधिकारियों की ओर से घोर चूक और लापरवाही को दर्शाते हैं।
नहीं ली सीख
सांसद डॉ. जॉन ब्रिटास के अनुरोध के बावजूद, रेलमंत्री ने पिछले तीन वर्षों में इसी तरह की सिगनल विफलताओं पर विवरण नहीं दिया, केवल यह कहा कि विफलताएं हुई थीं, लेकिन ऐसी कोई विफलता नहीं थी जिसके कारण बालासोर जैसी गंभीर घटना हुई हो।इस महीने की शुरुआत में सीबीआई ने दुर्घटना के संबंध में भारतीय रेलवे के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था,जिसमें मोहम्मद अमीर खान,अरुण कुमार महंत एवं पप्पू कुमार को गिरफ्तार किया गया था।