भारत और वेस्टइंडीज के बीच आज से टेस्ट सीरीज की शुरूआत हो रही है. इस टेस्ट के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का अगला साईकल भी शुरू हो रहा है. इस सीरीज में बीसीसीआई ने कई यंगस्टर्स को मौका दिया है, वहीं अंजिक्य रहाणे की टीम में उपकप्तानी के साथ वापसी हुई है. हालांकि कप्तान रोहित के लिए यह सीरीज बेहद अहम होने वाली है. कहा जा रहा है कि इस सीरीज के बाद बीसीसीआई रोहित के भविष्य पर चर्चा करेगा. ऐसे में टेस्ट टीम के नए कप्तानों के दावेदारों की चर्चाएं भी शुरू हो गई , इसी कड़ी में अब पूर्व चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद का बड़ा बयान सामने आया है. प्रसाद ने विराट कोहली को भारत का नया कप्तान बनाने की वकालत की है. चलिए आपको बताते हैं प्रसाद ने क्या कहा है?
एमएसके प्रसाद ने दिया बड़ा बयान
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने विराट कोहली को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. प्रसाद से जब एक इंटरव्यू में पूछा गया कि वे किस युवा खिलाड़ी को रोहित के बाद कप्तानी करते देखना चाहेंगे तो उन्होंने कहा है कि ‘विराट क्यों नहीं? जब अंजिक्य रहाणे भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं और उन्हें वापस से उपकप्तान बनाया जा सकता है तो विराट को कप्तान क्यों नहीं बनाया जा सकता . मुझे सिलेक्टर्स के माइंडसेट के बारे में पता नहीं है, लेकिन अगर वे रोहित के आगे सोच रहे हैं तो विराट कप्तानी का एक अच्छा ऑप्शन है.
विराट ने मंजूर नहीं की थी कप्तानी
विराट कोहली ने साल 2022 में वनडे और टी 20 की कप्तानी से हटाएं जाने के बाद टेस्ट कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया था. कप्तानी पर विराट और बीसीसीआई के बीच लंबा विवाद चला था, जिसके बाद विराट ने यह फैसला लिया था.हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ बचे हुए टेस्ट मैच में उन्हें बीसीसीआई की ओर से कप्तानी की पेशकश की गई थी. लेकिन विराट ने बीसीसीआई की इस पेशकश को स्वीकारा नहीं था, बता दें कि विराट ने आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में कप्तानी की थी.
विराट की कप्तानी में रहा है शानदार रिकॉर्ड
बता दें कि विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने टेस्ट मैचों में अपना स्वर्णिम युग देखा. विराट ने 68 टेस्ट मुकाबलों में कप्तानी की जिनमें 40 टेस्ट में भारत को जीत मिली वहीं सिर्फ 17 में ही भारत को हार का सामना करना पड़ा. विराट कोहली भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले खिलाड़ी भी है. हालांकि वे अपना सक्सेसफुल कप्तानी करियर में आईसीसी ट्रॉफी नहीं जिता सके.