विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस के नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। इस बीच पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा है। लाइव इंडिया न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा एक पद को लेकर सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया।
सिंधिया को कांग्रेस में मिलता था सम्मान
जयवर्धन सिंह ने कहा साल 2009 से 2014 के बीच में ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्रीय मंत्री बनाया गया था। कहीं ना कहीं उनको कांग्रेस पार्टी ने सब कुछ दिया है। उन्होेंने कहा राहुल गांधी भी कमलनाथ के बाद सिंधिया का ही नाम अपनी हर सभा में लेते थे। पार्टी ने उनके सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और उन्हें हर पद के साथ सम्मान दिया गया लेकिन लोकसभा चुनाव के जो परिणाम आए थे। शायद सिंधिया झेल नहीं पाए। यही मुख्य वजह थी कि सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ कर बीजेपी का दमन थाम लिया। हमको अफसोस था कि सिंधिया लोकसभा का चुनाव हार गए। लेकिन वे एक पद को लेकर कांग्रेस छोड़कर चुले गए।
सिंधिया के जाने के बाद मजबूत हुई कांग्रेस
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस और मजबूत हुई है। यह नगरीय निकाय चुनाव में साबित हो चुका है। कांग्रेस ने सिंधिया के बगैर ग्वालियर में महापौर का चुनाव जीता। 57 साल बाद कांग्रेस की ग्वालियर में स्थानीय सरकार बनी। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चम्बल ही नहीं पूरे प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति आज मजबूत है। वहीं यह पूछे जाने पर कि सिंधिया के रहते कांग्रेस कहां कमजोर थी..इसके जवाब में जयवर्धन सिंह ने हंसते हुए कहा यह खोज का विषय है।
कांग्रेस चुनाव समिति करेगी टिकट का फैसला
विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में जयवर्धन सिंह ने कहा इसका फैसला कांग्रेस चुनाव समिति करेगी। साथ ही कहा कि दिग्विजय सिंह का अनुभव चुनाव में काम आएगा।
जुलाई में 3000 रुपये दें शिवराज
मध्यप्रदेश में चुनाव से पहले बीजेपी सरकार की ओर से लागू की गई लाड़ली बहना योजना और महिलाओं को 3 हजार रुपये महिने देने की घोषणा को लेकर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने इसे चुनावी शिगुफा करार देते हुए कहा अगर सीएम शिवराज में दम है तो जुलाई के महीने से ही इसे लागू करें और महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में एक नहीं 3 हजार रुपये महीना दें।