अब गोरखपुर की तस्वीर बदलती नजर आ रही है। तमाम छोटे मोटे विकास कार्यों के अलावा यहां का रेलवे स्टेशन भी कुछ तरह का होने जा रहा है,जिसे लोग देखने के लिए लालायित होते नजर आएंगे। लगभग 498 करोड़ की लागत से इसका पुनर्विकास होगा और यात्रियों को विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाएं मिलने लगेंगी। खास बात ये है कि यहां नीचे ट्रेन चलती नजर आएगी और ऊपर लोग शापिंग करते दिखाई देंगे। यही नहीं हारे थके लोग कुछ पल सुकून के भी बिता सकेंगे और भूख मिटाने के लिए रेस्तरां में स्वादिष्ट भोजन का लुफ्त भी ले पाएंगे।
50 साल की जरूरतें पूरी होंगी
गोरखपुर रेलवे स्टेश के लिए जो प्रोजेक्ट लाया गया है। वो 50 साल की जरूरतों को पूरा करेगा। करीब 1,68,000 यात्रियों की रोजाना की आवाजाही होगी और आधुनिक जरूरतों की पूर्ति होगी। यहां रेस्तरां,शॉपिंग मॉल और कई तरह के मनोरंजर की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। जहां तक बुजुर्ग यात्रियों का सवाल है तो इनके लिए भी कई तरह की सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। इनकी आवाजाही के लिए एस्केलेटर और आराम करने के लिए वेटिंग रूम तैयार किया जाएगा।
दो राज्यों के लाखों लोग होंगे लाभान्वित
वैसे तो गोरखपुर को पूर्वांचल की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। जिसके चलते यह शहर उत्तर प्रदेश और बिहार के बड़े इलाके के लिए एक तरह से केंद्र का काम करता है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने से यूपी और बिहार से दोनो राज्यों के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा। उनके लिए यात्रा का अनुभव कई गुणा बेहतर होगा और विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलना आसान हो जाएगा।
गोरखपुर से अयोध्या का सफर आसान
इसके अलावा गोरखपुर रेलवे स्टेशन से अयोध्या के लिए वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत भी की जा रही है। गोरखपुर से अयोध्या का सफर 165 किलोमीटर का लंबा सफर महज 130 मिनिट में पूरा किया जा सकेगा। यह ट्रेन गोरखपुर से लखनऊ के लिए अब तक की सबसे तेज ट्रेन होगी।