भाजपा ने मंगलवार को पंजाब के साथ तेलंगाना और झारखंड समेत चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को बदला था। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले संगठन में ये बदलाव बीजेपी की ओर से राज्यवार रणनीति का संकेत है। इसी कड़ी में बीजेपी अब छह और राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाली है। इसे लेकर अगले एक से दो दिनों में फैसला होने की संभावना है।
- एक बार फिर बीजेपी बदलने जा रही है पार्टी प्रदेशाध्यक्ष
- एक साथ बदले जाएंगे 6 राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष
- एक से दो दिनों में फैसला होने की संभावना
- प्रदेशाध्यक्ष का पद छोड़ने वालों को सत्ता में मिलेगा मौका
- वीडी शर्मा का कार्यकाल पिछले माह फरवरी को हो चुका है खत्म
- कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी बना सकती है मप्र में प्रदेशाध्यक्ष
बीजेपी जिन राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाली है। उनमें मध्य प्रदेश के साथ गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, जम्मू कश्मीर और केरल शामिल हैं। पार्टी से जुडे़ सूत्र बताते हैं पद छोड़ने वाले कई प्रदेश अध्यक्षों को मोदी सरकार में एंट्री मिल सकती है। बात करें मध्यप्रदेश की तो यहां साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।
इसलिए मिल सकती है विजयवर्गीय को जिम्मेदारी!
बीजेपी ने हाल ही में पंजाब, तेलंगाना और झारखंड समेत चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले थे। अब एक बार फिर बीजेपी 6 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने वाली है। इसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है। मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं। यहां बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल पिछले माह फरवरी में ही खत्म हो चुका है। ऐसे में संभावना जताई जो रही है कि पार्टी चुनाव से पहले राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है। कैलाश विजयवर्गीय कभी पार्टी का मध्य प्रदेश का बड़ा चेहरा होने माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय संगठन की राष्ट्रीय राजनीति में जाने के बाद सूबे की राजनीति से हाशिए पर चले गए थे. उनके सांगठनिक कौशल को देखते हुए पार्टी अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। कैलाश विजयवर्गीय विजयवर्गीय मालवा और निमाड़ इलाके में बीजेपी का बड़ा चेहरा माने जाते हैं।
गुजरात में सीआर पाटिल को मोदी बना सकते हैं मंत्री!
इस सबके बीच सबसे अधिक चर्चा में गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल का नाम है। पाटिल लोकसभा सांसद भी हैं। लिहाजा तकनीकी तौर पर उन्हें मोदी सरकार में एंट्री देना आसान होगा। बता दें सीआर पाटिल ने 2014 में नवसारी सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2019 के चुनाव में उन्होंने रिकॉर्ड 6 लाख वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को परास्त किया था। हालांकि यह भी चर्चा है कि उन्हें केन्द्र में मंत्री बनाने के बजाय संगठन में ही अहम पद सौंपा जा सकता है। पाटिल का नाम पीएम नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में शामिल है। गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर इसी माह जुलाई में कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसके चलते पार्टी उन्हें नई जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है। दरअसल सीआर पाटिल को संगठन में काम का अच्छा अनुभव है। गुजरात में उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा था। ऐसे में बीजेपी नेतृत्व उनके अनुभव का फायदा पूरे देश में उठाना चाहता है।
मोदी कैबिनेट में फेरबदल की तैयारी
वहीं संगठन में फेरबदल के साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में भी बदलाव की तैयारी की जा रही है। बीजेपी जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। रेड्डी अब तक पर्यटन मंत्री हैं। वे पद छोड़ेंते हैं तो निश्चित तौर पर केंद्रीय मंत्री के तौर पर कोई और दूसरे नेता को मौका दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ और नेताओं को केन्द्र में मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है जबकि कुछ मंत्रियों की संगठन में वापसी होने की भी चर्चा चल रही है।