भाजपा विरोधी दल पूरी ताकत से भाजपा को परास्त करने के लिए नित नई रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। इधर भाजपा भी कम नहीं पड़ रही है। भाजपा लगातार विपक्षी दलों पर निशाना साध रही है। पार्टी ने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह स्वार्थ का गठबंधन है जिसके निशाने पर हिंदुस्तान है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि आखिर कांग्रेस ने मान लिया है कि वह अकेले नरेंद्र मोदी को हरा पाने में सफल नहीं हो पायेगी। कांग्रेस को सहारे की जरूरत है।
स्वार्थ का गठबंधन
ईरानी ने साफ तौर पर कहा कि यह स्वार्थ का गठबंधन है। ये राजनीतिक दल जब भी एक साथ आए, भ्रष्टाचार लाए, परिवारवाद लाए और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का आरोप अपने संग लेकर आए। उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि भेड़िये झुंड में शिकार करते हैं। पटना में बैठक हुई। इनका ‘शिकार’ भारत का भविष्य है।ईरानी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वार्थ शायद इतना भी बड़ा नहीं है कि वह (ममता बंद्योपाध्याय) न भूली हों कि कैसे उनके बाल से उनको घसीट कर, कम्युनिस्ट पार्टी ने उनका अपमान किया। अगर थोड़ा भी स्वाभिमान बचा है, तो वह कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता नहीं करेंगी और अगर समझौता किया तो उनका राजनीतिक स्वार्थ उनके निजी स्वाभिमान से बड़ा है।
सड़क पर अपमानित किया
जीवन में कभी भी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नहीं सोचा होगा कि जिस कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने ममता बंद्योपाध्याय के बाल खींचकर सड़क पर उन्हें अपमानित किया, उसी कम्युनिस्ट पार्टी के संरक्षण में ममता बंद्योपाध्याय जाएंगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कभी कल्पना नहीं की होगी कि जिस ममता बंद्योपाध्याय के हाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खून से सने हैं, वही हाथ एक दिन राहुल जी के सर पर दिखाई देंगे। ईरानी ने कहा कि ये कल्पना तो कभी तमिलनाडु की जनता ने भी नहीं की होगी कि जिस डीएमके पार्टी पर 1990 के दशक में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने स्व. राजीव गांधी की हत्या में सहयोग देने का आरोप लगाया, एक दिन उसी डीएमके के साथ गांधी खानदान के रिश्ते और मधुर होंगे।