राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की उम्र को लेकर एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि बड़ी उम्र वाले लोगों को अपने आप ही कुर्सी का मोह छोड़ देना चाहिए। इस मामले में कहने की जरूरत नहीं होती है। राजनीति में कटऑफ एज नहीं हो सकती। कांग्रेस में युवाओं को मौका दिया जाता है। बुजुर्ग और अनुभवी नेताओं को साथ लेकर कांग्रेस चलती है। पार्टी युवाओं को आगे बढ़ाते रहती है। इस बयान के बाद राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।
बयानबाजी ने बढ़ाई सियासत
एक के बाद एक बयान सामने आ रहे हैं। इन बयानों से कांग्रेस में एक बार फिर युवा और उम्रदराज नेताओं के बीच किसे चुने किसे छोड़े को लेकर बहस छिड़ गई है। यह बयानबाजी ऐसे दौर में हो रही है जब युवा सचिन पायलट और अनुभवी नेता सीएम अशोक गहलोत के बीच कुर्सी को लेकर प्रदेश में खींचतान चरम पर है। बता दें राजस्थान में कांग्रेस के 60 साल से ज्यादा उम्र के करीब 45 विधायक ऐसे हैं जिन्हें इस्तीफा देना पड़ सकता है। मंत्रियों की बात करें तो कांग्रेस में 70 साल और उससे ज्यादा उम्र के 9 मंत्री हैं।
सीएम पहले खुद करें चुनाव न लड़ने का फैसला-कुंदनपुर
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक भरत सिंह कुंदनपुर का कहना है गहलोत जी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहें कि वे सीएम के दावेदार नहीं हैं। नए लोगों को आगे करेंगे। इससे नक्शा पलट जाएगा। विधायक ने तंज कसा और कहा यह मोह माया है। छूटती नहीं है। उन्हें किसी ने कहा थोड़े ही है कि अगला चुनाव मत लड़ो। यह तो वे कह रहे हैं कि अब चुनाव नहीं लड़ूेंगे। मुख्यमंत्री भी यह बात बोलें और बेटे को आगे करें। उसे एमएलए बनाओ। नए लोगों को आगे आने दें। दरअसल कांग्रेस सरकार के तमाम मंत्रियों सहित सभी 106 विधायकों की उम्र की स्कैनिंग की गई। जिससे सामने आया था कि रंधावा का बयान सिर्फ बयान से ज्यादा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा था कि बड़ी उम्र वाले लोगों को अपने आप ही पद त्याग देना चाहिए।
क्या मंत्री कल्ला और धारीवाल नहीं लड़ेंगे चुनाव
बात करें मंत्रिमंडल की तो सीएम अशोक गहलोत ही नहीं विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी भी इसमें शामिल हैं। मंत्री परसादीलाल मीणा, बीडी कल्ला, शांति धारीवाल, हेमाराम चौधरी, सुखराम विश्नोई, बृजेंद्र ओला, उदयलाल आंजना की उम्र भी 70 से ज्यादा है। कई बड़े नाम भी शामिल हैं।
गहलोत सरकार के 26 मंत्रियों की उम्र 50 के पार
106 विधायकों में से कांग्रेस के 75 विधायक ऐसे हैं जो उम्र के पांच दशक या उससे ज्यादा की अवधि तय कर चुके हैं। महज 31 विधायक ही ऐसे हैं। जो 50 साल से कम उम्र के हैं। वहीं मंत्रियों में 30 में से 26 की उम्र 50 या उससे अधिक है। इससे कम उम्र वालों में भंवर सिंह भाटी, अशोक चांदना, सालेह मोहम्मद और टीकाराम जूली हैं। वहीं 40 साल से कम उम्र के सिर्फ खेलमंत्री अशोक चांदना का नाम शामिल है।