भारत देश अपने अनोखे मंदिरों के लिए जाना जाता है. इन मंदिरों का अपना अलग ही महत्व है और श्रध्दा है. यहां पर कई ऐसे चमत्कारिक मंदिर भी मौजूद है, जो आज के दौर में विज्ञान के सिध्दांतों को टक्कर देते है. चलिए आज आपको एक ऐसे ही चमत्कारिक मंदिर के बारे में बताते है जहां पानी से दीपक जलाएं जाते है. सुनकर आप थोड़े हैरान हो गए होंगे लेकिन ये सच है. भारत के दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश राज्य के आगर मालवा जिले में गड़ियाघाट माताजी का प्रसिध्द मंदिर है. बताया जाता है कि इस मंदिर में कई सालों से पानी से दीपक जलाएं जा रहे है. इस चमत्कार को देखने के लिए दूर दूर से श्रध्दालु मंदिर में आते है
कहां स्थित है मंदिर ?
गड़ियाघाट माताजी का यह प्रसिध्द मंदिर मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के गड़िया गांव में स्थित है. मंदिर में पिछले 5 साल से कालीसिंध नदी के पानी से दीपक जलाएं जा रहे है. मंदिर में देश भर से श्रध्दालु चमत्कार को देंखने पहुंचने थे. यह ऐसा चमत्कार है , जो विज्ञान के सिध्दांतों को भी चुनौती देता है.
पुजारी से जुड़ा है चमत्कार
मंदिर के पुजारी बताते है कि कुछ साल पहले तक बाकि मंदिरों की तरह इस मंदिर में भी घी से दीपक जलाएं जाते थे. लेकिन पांच साल पहले गड़ियाघाट माताजी उनके सपने में आई और उन्होंने उन्हें गांव के पास बह रही कालीसिंध नदी के पानी से दीपक जलाने को कहा.पुजारी जी ने भी सुबह उठते से ही नदी के पानी से दीपक जलाया और वो प्रज्ज्वलित हो गया. बस तभी से मंदिर में नदी के पानी से ही मंदिर का दीये जलाये जाने लगे. दीपक में घी की जगह पानी डाला जाता है तो वो एकदम चिपचिपा हो जाता है और जलने लगता है.
बारिश के मौसम में डूब जाता है मंदिर
गड़ियाघाट माताजी का मंदिर बारिश के मौसम में जलस्तर बढ़ने के कारण डूब जाता है. उस समय मंदिर में पूजा पाठ नहीं की जाती है. बारिश के मौसम के बाद नवरात्रि के पहले दिन मंदिर को खोला जाता है और फिर से मंदिर में नदी के पानी से दीपों को प्रज्जवलित किया जाता है.