उत्तर पश्चिमी ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत के खोय शहर में शनिवार देर रात 5.9 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गये। जानकारी के अनुसार अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राहत और बचाव कार्य जारी है।
उत्तर पश्चिमी ईरान के पश्चिम अजरबैजान के खोय शहर में शनिवार रात 5.9 की तीव्रता का भूकंप आया। जिसमें अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 440 लोगों के घायल होने की भी सूचना है। ईरान के आपातकालीन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बचाव दलों को ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत में भेजा गया है। सरकारी मीडिया के अनुसार अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। एक अधिकारी ने वहां के सरकारी टीवी को बताया है कि कुछ प्रभावित इलाकों में बर्फबारी हो रही है। कुछ इलाकों में बिजली कटौती की भी सूचना है।
इस्फहान के सैन्य संयंत्र में धमाका
ईरान के केंद्रीय शहर इस्फहान में एक सैन्य संयंत्र में एक जोरदार विस्फोट सुना गया। लेकिन सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ है। ईरानी राज्य प्रसारक आईआरआईबी ने रविवार तड़के अपनी वेबसाइट पर ये जानकारी दी। IRIB ने अधिक विवरण दिए बिना बताया कि विस्फोट रक्षा मंत्रालय के गोला-बारूद निर्माण केंद्रों में से एक में हुआ और इस्फ़हान गवर्नमेंट के राजनीतिक और सुरक्षा उप प्रमुख द्वारा एक घोषणा के अनुसार कोई हताहत नहीं हुआ।
क्यों और कैसे आता है भूकंप?
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
कितनी तीव्रता का भूकंप होता है खतरनाक
रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1 हजार भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।
क्या करें जब लगे भूकंप के झटके
भूकंप आने के बाद अगर आप घर में हैं तो कोशिश करें कि फर्श पर बैठ जाएं। या फिर अगर आपके घर में टेबल या फर्नीचर है तो उसके नीचे बैठकर हाथ से सिर को ढक लेना चाहिए। भूकंप आने के दौरान घर के अंदर ही रहें और जब झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
भूकंप के दौरान घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।
भूकंप आने पर क्या ना करें?
भूकंप के वक्त लिफ्ट का इस्तेमाल तो भूलकर भी न करें। भूकंप आने पर अगर आप घर में हैं तो दरवाजे, खिड़कियों और दीवारों से दूर रहें। भूकंप के समय अगर आप घर में हैं तो बाहर न निकलें। जहां हैं वही खुद को सुरक्षित करने के प्रयास करें।भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर है तो कोशिश करें कि ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।