चुनाव के बाद 18वीं लोकसभा का आज सोमवार 24 जून से पहला सत्र प्रारंभ होगा। संसद के पहले सत्र के दौरान हंगामा होने के आसार नजर आ रहे हैं। इस सत्र के पहले दिन राज्यवार सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। प्रोटेम स्पीकर भृतहरी सभी सांसदों को शपथ दिलाएंगे। संसद में शून्यकाल और प्रश्न काल अभी नहीं होगा। सबसे पहले असम के सांसद शपथ लेंगे। 25 जून को 26 जून को लोकसभा के स्पीकर का चुनाव होगा। 27 जून को राष्ट्रपति संबोधन करेंगी। जबकि शुक्रवार 28 जून को नई लोकसभा में पहली बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में चर्चा होगी। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन 280 सांसद शपथ लेंगे। सबसे पहले पीएम मोदी बतौर सांसद शपथ लेंगे। इसके बाद कैबिनेट मंत्रियों समेत 280 सांसद अपनी बारी आने पर शपथ लेंगे।
- 18वीं लोकसभा का पहला सत्र
- संसद के पहले सत्र के दौरान हंगामा होने के आसार
- पहले दिन राज्यवार सांसदों को दिलाइ जायेगी शपथ
- प्रोटेम स्पीकर भृतहरी दिलायेंगे सभी सांसदों को शपथ
- संसद में अभी नहीं होगा शून्यकाल और प्रश्न काल
- पहले पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लेंगे बतौर सांसद शपथ
- इसके बाद असम के सांसद लेंंगे शपथ
- 25 जून को 26 जून को होगा स्पीकर का चुनाव
- 27 जून को राष्ट्रपति देंगी संबोधन
- राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में चर्चा
- पहले सत्र के पहले दिन 280 सांसद लेंगे शपथ
- सबसे पहले पीएम मोदी बतौर सांसद लेंगे शपथ
- कैबिनेट मंत्रियों समेत 280 सांसद लेंगे अपनी बारी आने पर शपथ
18वीं लोकसभा का यह पहला सत्र के खासे हंगामेदार होने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल संख्या बल के आधार पर विपक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए सरकार को ईवीएम, अग्निवीर योजना, नीट परीक्षा में धांधली पेपर लीक जैसे कई मुद्दों को लेकर घेरने का प्रयास करेगा। वहीं विपक्ष भृतहरी के प्रोटेम स्पीकर चुने जाने पर भी सरकार को घेर रहा है। हालांकि प्रोटेम स्पीकर पद पर नियुक्ति राष्ट्रपति की ओर से की जाती है। जिस पर सवाल उठाना असंवैधानिक होता है।
सदन में होगी आरोपों की बारिश
मानसून को लेकर देश में मौसम विभाग भविष्यवाणी जारी कर रहा है। मौसम बदल भी रहा और बादल बरस भी रहे हैं लेकिन देश की राजनीति का मिजाज बता रहा है कि देश की नई संसद का पहला सत्र के दौरान आरोप प्रत्यारोप की जोरदार बारिश होगी। गरज के साथ आरोप प्रत्यारोप के जोरदार छींटे पड़ सकते हैं।
किसका अध्यक्ष किसका उपाध्यक्ष होगा तय
लोकसभा अध्यक्ष के पद पर एनडीए में तनातनी फिलहाल सतह पर नजर नहीं आ रही है, लेकिन टीडीपी लगातार स्पीकर का पद उसे देने की मांग करती रही है। बीजेपी इस बार अध्यक्ष पद के साथ लोकसभा के उपाध्यक्ष पद भी एनडीए के पास ही रखने की तैयारी में नजर आ रही है। वहीं विपक्ष ने एनडीए को इस मुद्दे पर सदन में घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। विपक्ष का कहना है कि वह उन्हें उपाध्यक्ष का पद नहीं मिला तो है अध्यक्ष के पद पर भी चुनाव की मांग करेंगे
इस बीच स्पीकर के पद को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच तलवार खींची हुई नजर आ रहीं हैं। कांग्रेस नेता जय राम रमेश ने कहा कि बैठक में तय होगा कि आगे की रणनीति किस तरह से होगी। लेकिन जिस तरह से संसद में बुलडोजर वाली नीति एनडीए सरकार लेकर आ रही है वह अनुचित है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब-जब देश में कांग्रेस की सरकार रही। लोकसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस का रहा तो उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया गया। विपक्ष सरकार की मजबूती पर भी लगातार सवाल उठा रहा है। दरअसल एनडीए के पास संख्या इतनी है कि छोटी सी गलती भी मोदी सरकार को भारी पड़ सकती है।
आम आदमी पार्टी उठायेगी EVM का मुद्दा
EVM को लेकर आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह का कहना है कि यह कई बार ऐसा हो चुका है की बटन किसी और पार्टी के चुनाव चिन्ह का दबाया जा रहा है और वोट बीजेपी के खाते में जाता नजर आया।
अग्निवीर और बेरोजगारी पर घेरेंगे राहुल
वहीं रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस भी विपक्ष के साथ सरकार पर लगातार हमलावर नजर आ रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है सरकार युवाओं के साथ केवल छल कर रही कर रही है। सुरक्षा और शिक्षा के मुद्दे पर भी विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप प्रत्यारोप करता नजर आ रहा है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अग्निवीर योजना को लेकर चुनाव प्रचार के दौरान अपने तेवर जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो पहला फैसला अग्नि वीर योजनाओं को बंद करने का होगा।
इस तरह होगा कामकाज
24 जून से 26 जून तक प्रोटेम स्पीकर लोकसभा के सांसदों को शपथ दिलाएंगे। 26 जून को नई लोकसभा के नए अध्यक्ष का चयन होगा। फिर आगे की कार्रवाई के लिए सदन उन्हें सौंप दिया जाएगा। नए और स्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी। संसद के कार्यक्रम के अनुसार 27 जून को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति के संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद भाषण देंगे और अपनी सरकार के मंत्रियों का परिचय सदन से कराएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी जब राष्ट्रपति के आभूषण के बाद धन्यवाद दे रहे होंगे तब विपक्ष की तरफ से सरकार के सामने कई मुद्दे उठाए जा सकते हैं। जिसके चलते सदन में सरकार को तीखे सवालों का सामना करना पड़ सकता है। 27 जून से ही राज्यसभा का नया सत्र भी शुरू हो जाएगा जो 3 जुलाई तक चलेगा।