प्रयागराज में अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने वाले तीन आरोपियों में से एक आरोपी को बड़ी राहत मिल सकती है। मीडिया के सामने ही दोनो माफियाओं की हत्या का एक आरोपी अरुण मौर्य भी है। अब माना ये जाना रहा है कि एक सबूत ऐसा हाथ लगा है जिसके कारण मौर्य को जल्द ही जेल से रिहा किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के डॉन माफिया अतीक अहम और अशरफ की हाल ही में तीन युवकों ने सरेआम गोलियां दागकर हत्या कर दी थी। तीनों ही आरोपियों से पुलिस लगातार पूछतांछ कर रही है। पूछतांछ में अभी तक ऐसी कोई बड़ी जानकारी पुलिस के हाथ नहीं लगी है जो पूरी घटना का खुलासा करती हो। तमाम जांच पड़ताल के अलावा ये जानकारी भी मीडिया रिर्पोटस के माध्यम से आ रही है कि एक आरोपी अरुण मौर्य का एक ऐसा दस्तावेज हाथ लगा है जो उसे बड़ी राहत दे सकता है। अरुण का परिवार उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के ग्राम कारवाड़ी में रहता है जहां उसके परिवार के राशन कार्ड में अरुण का जन्म 1 जनवरी 2006 लिखा हुआ है। इस तरह से उसकी आयु 17 साल 3 महीने और 18 दिन होती है। मतलब आरोपी की आयू 18 साल से कम है और वो नाबालिग है।
अरुण के चाचा ने किया दावा
हत्या का आरोपी अरुण मौर्य के चाचा सुनील मौर्य का दावा है कि अरुण नाबालिग है और उसे किसी न किसी ने गुमराह किया होगा। इससे पहले पुलिस ने रविवार को एक बयान में कहा था कि आरोपी अरुण बालिग है और 18 साल की आयू पूरी कर चुका है। वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि एक मामले में अरुण को जेल भेज दिया गया था फिर अदालत ने उसकी आयू देखकर उसे रिहा कर दिया था। पानीपत के सदर थाने में दर्ज एक मामले में उसका जन्म 1992 लिखा हुआ है। इस हिसाब से आरोपी की आयू 31 साल हो रही है।
जानकारी जुटा रही पुलिस
माफियाओं की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों की जन्म से लेकर वे कहां कहां रहे हैं वो सभी जगहों की तलाश की जा रही है। उनके सोशल मीडिया एकाउंट की जांच के साथ साथ उनके दोस्त और संपर्क कहां कहां रहे है सभी बिंदुओं को देखा जा रहा है।